Saturday, July 28, 2012

सुभाष पार्क से ढांचा हटाने को संतो का प्रचण्ड प्रदर्शन




हजारों ने किया महा चालीसा का पाठराष्ट्रपति को ज्ञापन

नई दिल्लीजुलाई 27, 2012 । दिल्ली के वरिष्ठ संतो के नेतृत्व में आज सुभाष पार्क से अवैध ढांचा हटाये जाने की मांग को लेकर प्रचण्ड प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में दिल्ली के कोने-कोने से आये वरिष्ठ संत व देश भक्त राजधानी वासियों ने हजारों की संख्या में भाग लेकर महा हनुमान चालीसा का पाठ किया। चालीसा से पूर्व हुई महासभा को सम्बोधित करते हुए संतो ने घोषणा की कि जब तक एमसीडी की जमीन पर अराजक तत्वों द्वारा बनाये गये इस ढांचे को समाप्त नही किया जाता हमारा विरोध जारी रहेगा। प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम के संयोजक और दिल्ली संत महामण्डल के महामंत्री महन्त नवल किशोर दास ने कहा कि दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के सामने पुलिस की निगरानी में मा. उच्च न्यायालय के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए अराजक तत्वों द्वारा हमारे पाण्डव कालीन मन्दिर की दीवार के ऊपर अवैधढांचा बनाये जाना कोई भी देशवासी स्वीकार नही करेगा। इसे अविलम्ब ढहाना ही होगा अन्यथा, दिल्लीवासी अपना आन्दोलन और तेज करेंगे।

लाल किले के सामने चांदनी चैक स्थित गौरीशंकर मंदिर के बाहर हुए विशाल महा चालीसा के कार्यक्रम को जगतगुरू रामानन्दचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य जीमहामण्डलेश्वर स्वामी राघवानन्द जीस्वामी धर्मदेव जीमहन्त सुरेन्द्र नाथ अवधूत जीमहन्त भईया दास जी व स्वामी चकपाणि जी सहित अनेक संतों तथा विहिप के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री ओम प्रकाश सिंहलप्रांत महामंत्री श्री सत्येन्द्र मोहनसंगठन मंत्री श्री करूणा प्रकाशहिन्दुस्तान नव निर्माण दल के श्री शैलेन्द्र जैन व श्री अशोक कपूर, राष्ट्रवादी शिव सेना के अध्यक्ष श्री जय भगवान गोयलहिन्दू मंच के श्री राम शरण यादव, सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा के संगठन मंत्री श्री बृज मोहन सेठीहिन्दू रक्षा समिति के श्री राकेश गोलाहिन्दू स्वाभिमान संघ के श्री धर्मेन्द्र पाण्डेयराष्ट्रीय सिख संगत के सरदार उजागर सिंहक्षेत्रीय गौरक्षा प्रमुख श्री राष्ट्र प्रकाश तथा पूर्व पार्षद  श्री सुमन गुप्ता सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया।

विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि सभी ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ कर ढोल मंजीरे व घण्टा घडि़यालबजाते हुए प्रभु से कामना की कि प्रशासन को सद्बुद्धि देकर राष्ट्रीय सम्पत्ति की सुरक्षा करने का साहस प्रदान करे तथा देश को असमाजिक व अराजक तत्वों से मुक्ति दिलाये। बाद में एक प्रतिनिधि मण्डल ने राष्ट्रपति भवन जाकर देश के नवनिर्वाचित महामहिम श्री प्रणव मुखर्जी को बधाई संदेश देते हुए इस मामले में अविलम्ब हस्तक्षेप कर दोषियों को कडा दण्ड देने की मांग भी की।
भवदीय

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