विश्व हिन्दू परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय संरक्षक माननीय अशोक जी सिंहल का प्रेस वक्तव्य
प्रयाग, 1 फरवरी । श्रीराम जन्मभूमि के विषय को अब न्यायालय के निर्णय पर नहीं छोड़ा जा सकता है, इसका निर्णय शीघ्रातिशीघ्र भारतीय संसद को ही लेना पड़ेगा। भगवान् रामलला को आज कपड़े के मन्दिर से मुक्त कर उनके गौरव के अनुरूप 70 एकड़ परिसर में विशाल मन्दिर का निर्माण कर पुनर्प्रतिष्ठित किया जाए।
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